गोवर्धन पूजा के बाद कल भाई दूज का पर्व है. ये पर्व बहन और भाई के प्रति विश्वास और प्रेम का होता है. अलग-अलग इलाकों में ये पर्व अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. कई जगह इस दिन बहने भाईयों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और विधि विधान के साथ पूजा करती हैं. इस त्योहार के साथ ही पंच महोत्सव दिवाली उत्सव का समापन भी होता है.