scorecardresearch

सिंघु बॉर्डर से घर लौटे आंदोलनकारी किसान, 383 दिनों बाद आज खाली हो गया दिल्ली बॉर्डर

तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद आज किसान नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में गाजीपुर बॉर्डर पर डटे बाकी किसानों ने अपने-अपने घरों का रूख कर लिया. करीब एक साल तक दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर ने आंदोलन की धूप देखी. करीब 383 दिनों बाद आज दिल्ली बॉर्डर खाली हो गया है और उम्मीद है कि जल्दी ही नेशनल हाईवे पर सफर जल्द शुरू हो जाएगा. आवाजाही शुरू होने में थोड़ी देर हो सकती है, क्योंकि सड़क को दुरूस्त भी किया जाना है.अच्छी खबर ये है कि NHAI ने मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. इससे पहले आज सुबह राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर से अपने गांव के लिए रवाना हो गए. देखें अच्छी और सच्ची खबरें.

After the withdrawal of all three agricultural laws, today under the leadership of farmer leader Rakesh Tikait, the rest of the farmers standing on the Ghazipur border went to their respective homes. After about 383 days, the Delhi border has become vacated today.