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Triveni Jal की विदेशों में बढ़ी डिमांड, Prayagraj से जर्मनी तक भेजा गया पवित्र गंगाजल

प्लास्टिक और कांच की बोलतों में पैक ये जल कोई मामूली जल नहीं है. बल्कि ये संगम का पवित्र जल है. जिसकी डिमांड महाकुंभ खत्म होने के बाद भी लगातार बनी हुई है. ये डिमांड देश के अलग-अलग राज्यों से भी आ रही है. और विदेशों से भी आ रही है. इसीलिए इस मांग को पूरा करने का जिम्मा उठाया है. स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं ने. जो महाकुंभ खत्म होने के बाद से त्रिवेणी के जल की करीब 50 हजार बोतल तैयार कर चुकी हैं. जिन्हें नागपुर की शिव शंभू ग्रुप सोसायटी को भेजा गया.