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खास है रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, जानें 42 साल बाद क्यों बदला गया नाम?

नाम बदलने पर सियासत तो खूब होती है लेकिन नाम क्यों बदला गया उस पर बात नहीं होती. 42 साल बाद भोपाल के रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया गया और अब ये हबीबगंज के नाम से नहीं बल्कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा. रानी की खूबसूरती और बहादुरी के जितने किस्से हैं कहें तो उसी हिसाब से इस रेलवे स्टेशन का नामकरण सही मायने में इसके साथ इंसाफ है. रानी कमलापति भोपाल की आखिरी हिंदू रानी थीं. उनके बाद यहां नवाबों का दौर शुरू हो गया. सुरक्षा के लिहाज़ से 162 हाई रेजोल्यूशन कैमरा, 1200 से ज्यादा लोगों के बैठने की जगह, LED Screen से लैस है ये रेलवे स्टेशन औऱ सबसे खास बात ये कि इस रेलवे स्टेशन पर आपको पूरे मध्यप्रदेश की झलक दिख जाएगी. वैसे एक बात और आप यदि इस रेलवे स्टेशन पर आएंगे तो आपको एयरपोर्ट वाली फीलिंग होगी. देखें सच्ची और अच्छी खबर.

After 42 years, the name of the railway station of Bhopal was changed and now it will be known as Rani Kamalapati Railway Station. In terms of security, this railway station is equipped with 162 high-resolution cameras, seating for more than 1200 people, LED screen.