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क्या है Genome Sequencing? इससे Omicron का पता कैसे लगता है? देखें लैब से Exclusive रिपोर्ट

दुनिया में कोरोना ने जब दस्तक दी तो सबसे पहली दिक्कत डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के सामने इसे पहचानने की थी. बदलते वक्त के साथ कोरोना ने अपना रंग बदला, रूप बदला तो इस बहरुपिए वायरस को पहचानने की चुनौती और बढ़ गई. भारत समेत दुनियाभर में RTPCR टेस्ट के जरिए अब तक इस वायरस की पहचान होती रही. लेकिन वायरस के रंग-रूप बदलने के साथ-साथ अब इसे पहचानने के तरीके में भी बदलाव हो रहा है. अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पहचान के लिए 'जीनोम सीक्वेंसिंग' (Genome Sequencing) की मदद ली जा रही है. इस Video में जानें क्या है 'जीनोम सीक्वेंसिंग'.

After the emergence of the new Omicron variant of coronavirus, genome sequencing is the most common word being used among health experts and the government. In this video, we explain the whole process of genome sequencing from a lab.