चारधाम यात्रा शुरू होने के पहले केदारनाथ-बद्रीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्रियों को ये खुशखबरी मिली है. इस टनल के बनने से चारधाम यात्रियों की लंबी और कठिन यात्रा का अब अंत होगा. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट चारधाम सड़क परियोजना का हिस्सा है. साल 2018-19 में यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से पोलगांव तक करीब 853 करोड़ की लागत से करीब 4 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण शुरू किया गया था.
बाबा बर्फानी का बुलावा आ गया है. यात्रा के पहले पड़ाव का आज से आगाज हो गया है.अमरनाथ यात्रा के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरु हो गए हैं.बाबा बर्फानी को लेकर भक्तों की आस्था जितनी विशाल है. उन तक पहुंचने का रास्ता उतना ही मुश्किल है. फिलहाल ये कतारें बाबा के उन दर्शनाभिलाषियों की हैं जो सबसे पहले बाबा के दर्शन कर लेना चाहते हैं. रजिस्ट्रेशन के पहले दिन जम्मू में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े. कोई हर साल की तरह इस बार भी बाबा बर्फानी के दर्शन की मनोकामना लिए लाइन में खड़ा नजर आया तो कोई पहली बार बाबा बर्फानी के दर्शन के इरादे से रजिस्ट्रेशन कराने आया. लेकिन जोश और उत्साह सबमें एकसमान नजर आया.
सबसे पहले आपको तस्वीर दिखाते हैं नए भारत की बुलंद तस्वीर. ऐसा इसलिए हम कह रहे हैं कि एक तरफ कश्मीर में जहां चिनाब ब्रिज पर वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ेगी. तो वहीं विकास के पथ पर बढ़ते हिंदुस्तान की एक और जीती-जागती तस्वीर दिखाई देने लगी है. जल्द ही नमो भारत ट्रेनें. मेरठ से दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन तक दौड़ती नजर आएंगी. सिर्फ एक घंटे में ये सफर पूरा होगा. वहीं चारधाम यात्रा को आसान बनाने के लिये बनाई जा रही सिल्क्यारा टनल के लिये अहम दिन है. 16 अप्रैल को उत्तरकाशी और गढ़वाल क्षेत्र को जोड़ने वाली इस टनल के दोनों छोर मिलेंगे. जिससे आने वाले समय में जब ये टनल प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा तब चारधाम यात्रियों को आवाजाही में काफी मदद मिलने की उम्मीद है.
जहां पीएम मोदी ने काशी को 3 हजार 880 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाओं का आज तोहफा दिया तो कई परियोजाओं का शिलान्यास भी किया. ये विकास यहां की जनता बेहद पसंद भी कर रही है.पीएम मोदी भी अपने संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर समय-समय पर सौगातों की बरसात करते रहे हैं. यही वजह है कि पीएम मोदी और बनारस का रिश्ता देश-दुनिया की नजर में कुछ खास है. ये प्रधानमंत्री मोदी का काशी से वो रिश्ता है. जिसे शायद समझाने की जरूरत नहीं. इस संसदीय क्षेत्र से 3 बार से सांसद हैं मोदी...जाहिर अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से मिले प्यार और सम्मान को वो कभी नहीं भूलते. वो अक्सर कहते भी हैं कि मैं काशी के प्यार का कर्जदार हूं. काशी मेरी है और मैं काशी का हूं.
जो यमुना की सफाई वाली तस्वीरें नजर आ रही हैं उससे इस नदी के स्वच्छ होने की उम्मीद बढ़ चली है. लेकिन क्या दिल्ली सरकार की कोशिशें वाकई में रंग ला पाएंगी या अभी यमुना सफाई के लिए इससे भी ज्यादा कुछ ठोस और सख्त किये जाने की जरुरत है. ये समझने के लिए GNT की टीम भी ग्राउंड पर पहुंची हुई है.
गुजरात के सूरत की जुड़वां बहनें रीबा और राहीन हाफ़ेजी ने MBBS की फाइनल परीक्षा में एक समान अंक प्राप्त किए. दोनों ने 66.8% अंक हासिल किए वो भी बिना बिना कोचिंग के नीट-यूजी में सफलता पाई। राहीन का रुझान सर्जरी में है, जबकि रीबा इंटरनल मेडिसिन में रुचि रखती हैं. उनकी मां गुलशाद बानू एक टीचर हैं और उन्होंने अकेले ही दोनों को पाला है. इन बहनों का लक्ष्य था अपने परिवार में पहली डॉक्टर बनना. रीबा को 97वां पर्सेंटाइल मिला और राहीन को 97.7वां पर्सेंटाइल मिला.
रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह को एक साल से ज्यादा हो चुका है. अब एक और प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सुगबुगाहट तेज हो गई है. भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित की तैयारी हो रही है. खबरें हैं कि अप्रैल के आखिर में मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार या शाही दरबार स्थापित होगा. 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से मंदिर निर्माण चल रहा है. वर्तमान में मंदिर निर्माण समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा कर रहे हैं. उन्होंने कुछ समय पहले मई में रामदरबार की स्थापना के साथ मंदिर निर्माण के काम को इस महीने के आखिर तक पूरा करने की बात कही थी. जबकि परकोटा या परिसर की दीवार पर बाकी काम इस साल के आखिर से पहले पूरा होने का भरोसा जताया.
दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में पारा अभी से 40 के पार पहुंच गया है. अभी से गर्मी का पारा चढ़ने लगा है. 5 राज्यों के 21 शहरों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है. दिल्ली अगले तीन दिनों तक हीटवेव की चपेट में रहेगी. दिल्ली के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और ओडिशा के कई शहरों में भी भीषण गर्मी पड़ेगी.
आज चाय पर चर्चा में सबसे पहले खबर भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारका की. जिसकी खोज-खबर लेने ASI की टीम फिर से समुद्र में पहुंची है. गुजरात में द्वारका औऱ बेट द्वारका के पास ASI की ओर समुद्र तल पर प्राचीन द्वारका नगरी के अवशेषों की पड़ताल और परख की जा रही है. ताकि इसके रहस्यों का खुलासा हो सके.
अयोध्या में रामनवमी की तैयारियां जोरों पर हैं. 6 अप्रैल को 20 से 25 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. सुबह साढ़े 9 बजे रामलला का विशेष अभिषेक होगा और दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर तिलक करेंगी. श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं, जिसमें पीने का पानी, टेंट, कूलर और स्वच्छता शामिल हैं. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे, जहाँ उन्होंने रामकीयन का मंचन देखा. म्यांमार में भूकंप के बाद भारतीय सेना राहत और बचाव कार्य में जुटी है. अमेरिका में जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन महिलाओं को अंतरिक्ष यात्रा पर भेजने की तैयारी कर रही है. चीन 2026 तक चांग्ई-7 मिशन लॉन्च करके चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पानी की खोज करेगा.
आज चाय पर चर्चा की शुरुआत राहत बचाव के ऐसे अभियान से...जो इन दिनों म्यांमार में भारत ने भी चलाया हुआ है. 28 मार्च को म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत के देवदूत म्यांमार को मदद पहुंचाने के लिए मैदान में जुटे हैं. म्यांमार में ऑपरेशन ब्रह्मा चलाया जा रहा है.जिसके तहत आर्मी, नेवी, एयर फोर्स और NDRF की टीमें भूकंप प्रभावितों की मदद में जुटी हैं. अब तक नौसेना जहाजों और एयर फोर्स के मालवाहक विमानों से सैकड़ों टन राहत सामग्री और दवाई पहुंचाई जा चुकी है.