ये कहानी है बिहार के बांका की.. हां के युवती ने मिसाल कायम की है. इस युवती का नाम रुक्मणि है. जिस दिन रुक्मणि की डिलीवरी हुई उसी दिन उसकी मैट्रिक की परीक्षा थी. हालात सामान्य नहीं थे. लेकिन रुक्मणि ने बुलंद हौसला दिखाया और डिलीवरी के 2 घंटे बाद ही परीक्षा देने के लिए सेंटर पहुंच गई.
This is the story of Bihar's Banka.. Yes the girl has set an example. The name of this girl is Rukmani. The day Rukmani was delivered, her matriculation examination was on the same day. Things were not normal. But Rukmani showed great courage and reached the center to take the exam only after 2 hours of delivery.