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'डाटा' से 'आटा' कमाने वालों को मिली दुनिया में पहचान, जानें कैसे?

इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा तो इससे चलने वाला सोशल मीडिया देश में करोड़ों लोगों के पास पहुंच गया. जेब में स्मार्टफोन और फोन में इंटरनेट. ये तो जैसे जादू की छड़ी हो गयी. डब्ल्यू...डब्ल्यू...डब्ल्यू के साथ जो मन आए लिख दें और वो फोन स्क्रीन पर प्रकट हो जाता है. फिर जबतक इंटरनेट स्पीड और डाटा साथ दे रहे होते है तब तक इसे देखते रहें. हालत ये है कि सड़क, घर, पार्क, होटल, बिस्तर,कुर्सी,ऑफिस..हर जगह आदमी की गर्दन फोन पर झुकी हुई है. कुछ लोग तो गाड़ी चलाते हुए भी फोन देखते रहते हैं. इतने दर्शक हो गए तो इनके देखने के लिए चीजें भी बनने लगीं. तो आज बस इन्हीं लोगों की बात करेंगे जो आपके फोन पर देखने लायक चीजें बनाते रहते हैं.

When the use of the Internet increased, the social media reached crores of people across the country. Smartphone in pocket and internet in phone. It's like a magic wand. Write whatever comes to mind with W...W...W and it appears on the phone screen. Then as long as the internet speed and data are supporting you, then keep watching it. The condition is that road, house, park, hotel, bed, chair, office...everywhere human's neck is bent on the phone. Some people keep looking at the phone even while driving. If there were so many spectators, then things started being made for them to see. So today we will only talk about these people who keep making things worth watching on your phone.