कौन कहता है आसमान में सुराख हो नहीं सकता. एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो. अगर इरादे मजबूत हों तो बंजर जमीन को भी हरा भरा बनाया जा सकता है. वहां फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं. झुंझुनू के जमील पठान ने ये कर दिखाया है. इतना ही नहीं, जमील पठान किसानों को सिखाते हैं कि बंजर जमीन पर खेती कैसे की जाए. झुंझुनूं समेत पूरे राजस्थान में तमाम किसानों के लिए आदर्श बन चुके रिटायर्ड फौजी जमील पठान को हर कोई जानता है, करीब 7 एकड़ से जायदा बंजर जमीन पर जब उन्होंने खेती करने की सोची तो हर किसी ने उनको मुर्ख कहा, वही उन्होंने ये तय किया किया कि इस बंजर जमीन पर वो हर तरह के पेड़, फल ,सब्जियां, उगाएंगे तो किसी को यकीन नही था पर मेहनत की परिश्रम का असली हिस्सा होती है इसने बंजर जमीन को ना सिर्फ हरा भरा किया बल्कि लाखो रुपए की कमाई भी की, जमील पठान के इन खेतों में 20हजार से पेड़, हर तरह की सब्जी आसानी से उगती है वो कहते है ये मॉडल अब पूरे राजस्थान के लिए आदर्श बन गया है.
Who says there can't be holes in the sky. Throw a stone when you are sick. If the intentions are strong then even barren land can be made green. There fruits and vegetables can be grown. Jameel Pathan of Jhunjhunu has done this. Not only this, Jameel Pathan teaches the farmers how to cultivate the barren land. Everyone knows the retired soldier Jameel Pathan, who has become a role model for all the farmers in the entire Rajasthan including Jhunjhunu, when he thought of cultivating more than 7 acres of barren land, everyone called him a fool, that is what he decided No one was sure that if he would grow all kinds of trees, fruits, vegetables on this barren land, but hard work is the real part of hard work, it not only made the barren land green but also earned lakhs of rupees, Jamil Pathan In these fields, more than 20 thousand trees, all kinds of vegetables grow easily, he says, this model has now become ideal for the whole of Rajasthan.