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भजन छोड़ बेसहारा महिलाओं की सेवा में जुटीं श्यामा दासी, आश्रम में रहती हैं 85 मांएं

उत्तर प्रदेश के मथुरा में वृंदावन को राधा-कृष्ण की नगरी माना जाता है. लेकिन इस नगरी में देशभर से आईं हजारों विधवाएं भी रहती हैं. इनमें ज्यादातर वो हैं जिन्हें अपनों ने ही पराया कर छोड़ दिया. और कुछ ऐसी हैं, जो अकेले होने पर बेसहारा हो गईं. ऐसी महिलाओं के गुजर-बसर के लिए आश्रम बड़ा सहारा हैं. लेकिन वृंदावन में एक आश्रम ऐसा है, जिसमें 85 मांएं अपनी लाडली बेटी के साथ हंसी खुशी रहती हैं.

Vrindavan in Mathura, Uttar Pradesh is considered to be the city of Radha-Krishna. But thousands of widows who came from all over the country also live in this city. Most of them are those who have been abandoned by their own.