भारत का संविधान सभी को अपने धर्म के पालन का अधिकार देता है. धार्मिक स्वतंत्रता का मतलब ये नहीं है कि वो किसी दूसरे व्यक्ति को जबरन धर्म बदलने पर मजबूर करे. इस वीडियो के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में हंगामा खड़ा हो गया है. वायरल वीडियो यूपी के एक वरिष्ठ IAS अधिकारी का है, जिसमें वो लोगों को धर्म का पाठ पढ़ाते हुए दिख रहे हैं. ऐसे में हमारा पहला सवाल ये है कि IAS अधिकारी के धार्मिक पाठ पढ़ाने का सच क्या है? देखें 7 बजे 7 सवाल.
Indian Constitution protects the right to practice religion for everyone. Religious freedom does not mean that someone can compel anybody to convert to the religion. A tweet of UP's IAS officer Iftikharuddin went viral on social media with a specific claim. What is reality, watch 7 Baje 7 Sawal.