TOP News: चैत्र नवरात्र के चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा हो रही है. माँ कुष्मांडा को अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है. उनके हाथों में कमंडल, धनुष बाण, कमल पुष्प, अमृत पूर्ण कलश, चक्र, गदा और जपमाला है. उनका वाहन सिंह है. माँ कुष्मांडा की पूजा से रोग, शोक मिटते हैं और आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है. देश भर के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं.