इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि बेल नामक वृक्ष की पत्तियों को बेलपत्र कहा जाता है. तीन पत्तियाँ एक ही प्रकार से जुडी होती हैं और इनको एक पत्ता माना जाता है. भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र के अदभुत प्रयोग होते हैं. बिना बेलपत्र के शिव जी की पूजा सम्पूर्ण नहीं हो सकती. बेलपत्र के प्रयोग से तमाम बीमारियां गायब की जा सकती हैं. सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा बेलपत्र के साथ करने से चमत्कारी परिणाम मिल सकते हैं.
In this video, astrologer Shailendra Pandey is telling The leafes of Bel Tree are called Belpatra. Three leaves are joined in the same way and are considered as one leaf. The worship of Lord Shiva can not be complete without Belpatra. Many diseases can be cured by using Belpatra.