इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि कुंडली के चतुर्थ, सप्तम और दशम भाव से व्यक्ति के नाम और यश की स्थिति देखी जाती है. कभी कभी द्वादश भाव से भी नाम यश का विचार होता है. मुख्यतः चन्द्रमा और शुक्र यश प्रदान करने वाले ग्रह माने जाते हैं. हस्तरेखा विज्ञान में सूर्य को यश का ग्रह माना जाता है. तृतीय, षष्ठ और द्वादश भाव अपयश के प्रमुख भाव हैं.