उत्तर भारत में बैसाखी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. यह नई फसल कटने, खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है. पंजाब में इसे नए साल की शुरुआत माना जाता है. लोग पारंपरिक नृत्य गिद्धा और भंगड़ा करके जश्न मनाते हैं. हरिद्वार में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान कर रहे हैं. दिल्ली में मैराथन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. बैसाखी पर पंजाब में नए साल की शुरुआत, फसल की कटाई और खालसा पंथ की स्थापना का जश्न मनाया जाता है. इस दिन गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन और लंगर का आयोजन होता है. किसान अपनी नई फसल के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं. सिख धर्म में इस दिन को विशेष महत्व दिया जाता है क्योंकि 1699 में गुरु गोविंद सिंह जी ने इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी.