चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी और मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी ज्ञान और बुद्धि की देवी हैं, जबकि मां चंद्रघंटा मानसिक शक्ति प्रदान करती हैं. ब्रह्मचारिणी की पूजा में सफेद फूल और वस्त्र का प्रयोग किया जाता है, जबकि चंद्रघंटा की पूजा में लाल या पीले फूल चढ़ाए जाते हैं. दोनों देवियों की पूजा से शिक्षा, विवाह और मानसिक शांति में लाभ मिलता है. नवरात्रि के दौरान राशि अनुसार देवी पूजन और भोग की विधि बताई गई है. ब्रह्मचारिणी और चंद्रघंटा माता की पूजा के लिए विशेष मंत्र और प्रसाद का उल्लेख किया गया है. सभी बारह राशियों के लिए अलग-अलग पूजा विधि और भोग सामग्री की जानकारी दी गई है. विशेषज्ञों के अनुसार श्रद्धा और मन की शुद्धता से की गई पूजा से देवी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.