चारधाम यात्रा की तैयारियों के तहत उत्तराखंड के सात जिलों में मॉक ड्रिल संपन्न हुई, जिसमें विभिन्न आपदा स्थितियों का सामना करने का अभ्यास किया गया. राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के इस संयुक्त ऑपरेशन में पुलिस, स्वास्थ्य, दमकल समेत कई विभागों ने हिस्सा लिया, जिसका उद्देश्य बेहतर तालमेल बनाना था. पहलगाम घटना के बाद सुरक्षा चिंताएं बढ़ी हैं और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं. पूर्व DIG NDRF नवीन भटनागर ने यात्रियों के लिए RFID टैग का सुझाव दिया है, जिससे आपदा की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन पर ज़ोर दिया जा रहा है. अमरनाथ यात्रा में भी RFID टैग लगाने का सुझाव दिया गया है. हेमकुंड साहिब और अमरनाथ यात्रा की भी तैयारियां चल रही हैं, जिसमें सेना बर्फ हटाकर रास्ता बना रही है और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जा रहे हैं. हालिया आतंकी हमलों के बावजूद अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन जारी है और उनमें अटूट आस्था दिख रही है. भारतीय सेना और NDRF ने तीर्थयात्रियों को पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया है.