बाढ़ का जिक्र होते ही हमारी आंखों के सामने उत्तर प्रदेश, बिहार, असम जैसे राज्यों की तस्वीर घूमने लगती है. क्योंकि इन राज्यों में हर साल बाढ़ से हाहाकार मचता है. अब तो सैलाब का दायरा काफी बढ़ चुका है. ये उन राज्यों को भी चपेट में ले रहा है, जहां कभी बाढ़ नहीं आती थी. ऐसे में सवाल उठता है कि हर साल मॉनसून से पहले बाढ़ से निपटने का एक्शन प्लान बनता है. तैयारियों पर करोड़ों खर्च किए जाते हैं, फिर भी बाढ़ सारी तैयारियों के बांध तोड़कर शहरों को अपने कब्जे में ले लेती है.
The people of Bihar and UP face the most difficulty due to the flood tragedy. Currently, 16 districts of UP are affected by floods. People from about 10 districts of Bihar are affected by the floods.