हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कथावाचक ने हनुमान जी की महिमा का वर्णन किया और उनकी विनम्रता पर प्रकाश डाला। हनुमान जी को अष्टसिद्धि नौनिधि के दाता बताया गया। शनि की साढ़े साती से बचने के लिए हनुमान जी की आराधना का महत्व बताया गया। कार्यक्रम में हनुमान चालीसा और भजनों का गायन भी हुआ।