पर्यावरण के लिए प्लास्टिक सबसे बड़ा खतरा है और इसी खतरे से पहाड़ों की रानी शिमला को भी दो चार होना पड़ रहा है. हिमाचल की राजधानी शिमला से करीब 70 किलोमीटर दूर नारकंडा के हाटू पीक इलाके में प्लास्टिक और पॉलिथीन का कचरा पर्यावरण के लिए नुकासनदेह बनता जा रहा है. जिसे रोकने के लिए हिमाचल टूरिज्म की ओर से नई राहें नई मंजिलें योजना शुरू की गई है. ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके.
Plastic is the biggest threat to the environment and due to this danger, Shimla, the queen of mountains, is also facing two or four. Plastic and polythene waste is becoming harmful for the environment in the Hatu Peak area of Narkanda, about 70 km from Himachal's capital Shimla.