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जंग की लपटों से सकुशल वापस लौटे हजारों बच्चे, छात्रों की जुबानी सुनें युद्ध से बचने की कहानी

जंग की लपटों से घिरे यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों से हजारों भारतीय छात्र अब तक सकुशल देश लौट आए हैं. खास तौर से सूमी में फंसे 700 छात्रों को वहां से निकालना बेहद मुश्किल और चुनौती भरा था. लेकिन सरकार की कोशिशों से ये पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाब रहा. जगह-जगह हो रही बमबारी के कारण छात्रों को हॉस्टल या फलैट्स ने निकालना लगभग नामुमकिन था, लेकिन आखिरकार रास्ता निकला. वहां से 4 दिन के लंबे सफर के बाद छात्र दिल्ली पहुंच गए हैं. 16 दिनों तक भारतीय छात्र डर के जिस माहौल में रहे उसे शायद शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. आज यूक्रेन से लौटे छात्रों से इस सिलसिले में बात की गई. सुनिए उन्होंने क्या कुछ कहा.

Thousands of Indian students from different parts of Ukraine engulfed by the flames of war have returned to the country safely. Especially it was very difficult and challenging to get the 700 students trapped in Sumi out of there. But with the efforts of the government, this entire rescue operation was successful. It was almost impossible to get the students out of the hostels or flats due to the bombings happening all over the place, but finally a way out. From there the students have reached Delhi after a long journey of 4 days. The atmosphere of fear in which Indian students lived for 16 days can hardly be described in words. Today, the students who returned from Ukraine were talked to in this regard. Hear what he said.