वैसे तो गुड न्यूज़ टुडे में हर रोज हमारी यही कोशिश होती है कि देश दुनिया के कोने-कोने से खोजकर उम्मीद और अच्छाई से लबरेज़ खबरें आपके लिए लेकर आएं. आपके दिन को बेहतर बनाएं. लेकिन कुछ हादसे ऐसे दर्दनाक होते हैं जिनमें न खुशी का कोई रंग होता है. न उम्मीद और उमंग की कोई वजह. लेकिन हां एक रंग है जो हर घटना से जुड़ा है. अच्छाई का रंग, सुकून का राहत का रंग. 15 नवंबर की रात झांसी में दिल को झकझोर देने वाला एक ऐसा ही हादसा हुआ.