हिन्दुस्तान में हम अनादि, अचिंत्य, अखंड, अनंत, स्वयंभू शिव की भक्ति करते हैं. भांग धतूरा बेलपत्र आदि अर्पित कर उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. लेकिन पश्चिमी देशों के वैज्ञानिक शिव के स्वरूप में सृष्टि की उत्पत्ति का रहस्य तलाशने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं. उन्हें इस बात का भरोसा है कि शिव के नटराज स्वरूप का वैज्ञानिक चिंतन कर वो अनंत ब्रह्मांड के राज़ डीकोड कर सकते हैं. स्विट्जरलैंड में स्थित दुनिया के सबसे बड़े फिजिक्स लेबरेटरी में नटराज की मूर्ति की स्थापना शायद इसी मकसद से की गई है.