आज ज्योतिर्लिंग में सर्वप्रथम माने जाने वाले सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की बात करते हैं. सोमनाथ मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य सामने आ गया है. ये दावा किया जा रहा है कि पूरी दस शताब्दि यानि पूरे एक हज़ार साल बाद भगवान सोमनाथ अपने मूल स्वरूप में प्रकट हुए हैं. ये दावा किया है आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने. अब तक इतिहास में हमने यही पढ़ा है कि विदेशी आक्रांत गजनवी ने ग्यारहवीं सदी में सोमनाथ मंदिर में लूटपाट के बाद दिव्य ज्योतिर्लिंग को खंडित कर दिया था. लेकिन श्री श्री रविशंकर ये दावा कर रहे हैं कि तब खंडित हुए मूल ज्योतिर्लिंग के अवशेषों को सहेजा गया था और अब एक हजार साल बाद उन अवशेषों से बने शिवलिंग दुनिया के सामने लाए गए हैं. आखिर किसने सहेजे थे खंडित ज्योतिर्लिंग के अवशेष और क्या है ये पूरा रहस्य देखिए हमारी इस रिपोर्ट में.