प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि वे शांति के पक्ष में हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर न्यूट्रल नहीं हैं. मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपने संबंधों पर भी बात की और कहा कि दोनों नेशन फर्स्ट की सोच रखते हैं. पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों पर उन्होंने कहा कि परिणाम सही नहीं मिले. चीन के साथ संबंधों पर मोदी ने कहा कि 2020 के बाद स्थिति सामान्य हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साक्षात्कार में 2002 के गुजरात दंगों, आलोचना और आरएसएस पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि 2002 के बाद गुजरात में कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ. मोदी ने आलोचना का स्वागत किया, लेकिन आरोपों और आलोचना में अंतर बताया. उन्होंने आरएसएस के प्रभाव और अपने जीवन के उद्देश्य पर भी बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि संघर्ष के बजाय समन्वय का रास्ता अपनाना चाहिए.