राम नवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में रामलला का सूर्य अभिषेक हुआ. दोपहर 12 बजे से 4 मिनट तक चले इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए लगभग 20-25 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे. राम मंदिर के गर्भगृह में सीमित लोग मौजूद थे, लेकिन पूरे शहर में एलईडी स्क्रीन लगाकर लाइव प्रसारण किया गया. विशेषज्ञों ने राम के जीवन और उनके आदर्शों पर चर्चा की. भक्तों ने भजन गाकर और पूजा करके राम जन्मोत्सव मनाया. भगवान राम का जन्म पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ था. राम के जीवन से हमें धैर्य, त्याग और सहनशीलता की सीख मिलती है. रामायण हमें सिखाती है कि त्याग से संबंध बनते हैं और जीवन में मधुरता आती है. राम ने अपने शत्रु से भी ज्ञान लेना सिखाया. उनका चरित्र हमें सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोना चाहिए.