रंगभरी एकादशी के शुभ अवसर पर बनारस में उत्सव का माहौल है. रंगभरी एकादशी के मौके पर महादेव और मां पार्वती का विधिवत श्रृंगार किया गया. काशी में रंगभरी एकादशी से जुड़ी एक परंपरा है, माना जाता है कि इस दिन महादेव श्मशान की राख से होली खेलते हैं. काशी के हरिशचंद्र घाट में चौबीसों घंटें चिताओं के जलने और शवयात्राओं के आने का सिलसिला चलता ही रहता है.
A series of rituals take place in Kashi on Rangbhari Ekadashi. Rangbhari Ekadashi holds a special significance for devotees of Lord Shiva.