आज देश बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार मना रहा है. शहर-शहर में बुराई और असत्य के प्रतीक रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला फूंका जा रहा है. हर साल अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को रावण के पुतले का दहन किया जाता है.
Today the country is celebrating the festival of victory of good over evil. The effigies of Ravana, Kumbhakarna and Meghnad are being burnt in every city, symbolizing evil and untruth. Every year on the tenth day of Ashwin Shukla Paksha, the effigy of Ravana is burnt.