जब जब बच्चों का भविष्य संवारने का जिक्र होता है तो राजस्थान के कोटा का नाम एक बार सबकी जुबां पर जरूर आता है. आज कोटा इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग का सबसे बड़ा हब है. हर साल लाखों बच्चे यहां अपना भविष्य संवारने पहुंचते हैं. कुछ बच्चे अपनी मर्जी से आते हैं तो कुछ मां बाप की हसरतों का बोझ लेकर कोटा पहुंचते हैं. कुछ बच्चे पढ़ाई के इस बोझ को संभाल लेते हैं तो कुछ इस बोझ तले दब जाते हैं. बच्चों की ऐसी ही मौत पर सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी आई है.
Amid rising student suicides in Kota, the Supreme Court has blamed the parents for putting too much pressure on children. In this episode, experts discuss various aspects of this issue.