जीवन के निर्माण के लिए पांच तत्वों की आवश्यकता होती है. उसमे से एक महत्वपूर्ण तत्व, जल तत्त्व है. जल मूर्त वस्तुओं में सबसे ज्यादा मूल्यवान है और चमत्कारी भी जल से केवल व्यक्ति का जीवन ही नहीं चलता , बल्कि उसकी भावनाएं , उसकी क्षमता और उसकी आध्यात्मिकता निर्धारित होती है. जल, सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों उर्जाओं को सोख सकता है. इसीलिए जल को मंत्र से अभिमंत्रित करने की क्रिया की जाती है. शरीर का जल तत्त्व ही आपको शक्तिशाली और दिव्य बना सकता है.