मान्यता है कि कश्मीर की स्थापना कश्यप ऋषि ने की थी और वितस्ता के किनारे ही सृष्टि के पहले मानव मनु और सतरूपा का वास था. इतिहास कहता है कि झेलम के किनारे ही सिंकदर और पोरस का युद्ध भी हुआ था. जिसे हाईडेस्पीज का युद्ध भी कहते हैं. झेलम के उद्गम स्थल पर एक ऐसा अविश्वसनीय निर्माण जहांगीर ने 1620 मे करवाया. लेकिन इसे मुक्कमल करवाया शाहजहां ने 1627 में. दावा किया जाता है कि ये कुंड 54 फीट गहरा है और वैरीनाग के इसी स्थान कोझेलम का स्त्रोत माना जाता है.