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Tulsidas Ramayana: आज भी सुरक्षित है तुलसीदास के हाथों से लिखी रामचरितमानस की पांडुलिपि, जानिए कहां है असली रामायण?

रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को हर कोई जानता है. हिन्दू धर्म के लोगों के लिए ये बेहद पवित्र ग्रंथ है. रामचरित मानस को गोस्वामी तुलसीदास (Ramcharitmanas Tulsidas) ने लिखा था. चित्रकूट के राजापुर में तुलसीदास जी के वंशज रहते हैं. उनके पास तुलसीदास जी की लिखी रामायण की पांडुलिपि है.