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Paheli: ये पक्षी इंसानों से डरते क्यों नहीं और इंसानों की भाषा कैसे समझते है, जानिए इसकी पहेली

पक्षियों और जानवरों का सिक्स्थ सेंस कमाल का होता है. वे इंसान की भाषा और व्यवहार को ना सिर्फ समझते हैं. बल्कि समझाने और सिखाने पर उस पर अमल भी करते हैं. उन्हीं में से एक परिंदा है तोता. मैसूरु में चामुंडी हिल के नीचे अवधूत दत्त पीठम में एक वाटिका है. जिसे शुकवन कहा जाता है. यहां के तोते हनुमान चालीसा गाते हैं, नम: शिवाय और जय श्री राम बोलते हैं. सरगम की धुन सुनाते हैं. भारत माता की जय बोलते हैं. और तो और समय को देखकर गुड मॉनिंग और गुड नाइट भी बोलते हैं. आज हम आपको अजब तोतों के गजब लोक में लेकर चलने वाले हैं. जहां के पक्षीधाम में हजारों परिंदे रहते हैं. ये तोते स्वामीजी की पुकार पर उनसे ऐसे लिपट जाते हैं. जैसे मां की पुकार पर उनका लाडला उनकी गोद में आ गया हो, आखिर इंसान के साथ इन परिंदों कैसा रिश्ता है.

There is a garden in Avadhoot Datta Peetham below Chamundi Hill in Suru. Which is called Shukavan. The parrots here sing Hanuman Chalisa, say Namah Shivay and Jai Shri Ram. Let's play the tune of Sargam. Say Bharat Mata Ki Jai.