scorecardresearch

प्रार्थना हो स्वीकार

किस शुभ मुहुर्त में जलाएं होली, कब उड़ाएं रंग और गुलाल, मनोकामनापूर्ति के लिए क्या करें? जानिए सबकुछ

13 मार्च 2025

ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि होलिका दहन के दिन भद्रा का साया होगा.होलिका दहन के दौरान खास वस्तुओं को अर्पित करके खास लाभ उठा सकते हैं. होली की अग्नि की पवित्रता को लेकर ये भी कहा जाता है कि इस दिन अलग-अलग समस्या को दूर करने के लिए खास माना जाता है. तो किस शुभ मुहुर्त में जलाएं होली. कब उड़ाएं रंग और गुलाल..पहले ये वैदिक पंचांग के अनुसार जान लेते हैं.

बच्चों की आदतों से नवग्रहों का क्या है संबंध, कैसे संतान को बनाएं संस्कारी? जानिए

12 मार्च 2025

उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते. किसी ने क्या खूब कहा है कि वो बचपन ही है जिसे हर कोई लौटकर जीना चाहता है. हम सभी की जिंदगी की सबसे खूबसूरत किताब है बचपन, जिसका हर पन्ना मासूमियत,शरारत और किसी चीज को पीने की जिद से भरा होता है. वो बचपन ही तो है जो लाड़, दुलार, उछलकूद, का लबादा ओढ़े रहता है. ज्योतिष विज्ञान कहता है कि बच्चों के भटकाव के पीछे जिम्मेदार होते हैं ग्रह. जो कभी शुभ फल देते हैं. तो कभी इन ग्रहों का असर नकारात्मक होता है. चलिए जानते हैं कि वो कौन से ग्रह है जो बच्चों की जिंदगी में उलझन पैदा करते हैं.

भौम प्रदोष का व्रत करेगा कल्याण, मिलेगा मनोकामना पूर्ति का वरदान, जानिए व्रत की महिमा और महाउपाय

11 मार्च 2025

महादेव की पूजा से पापों का नाश होता है और हनुमान जी की उपासना से जीवन में आ रही बाधाओं का. मंगलवार के दिन भगवान हनुमान की उपासना परम पुण्यकारी बताई गई है. आज भौम प्रदोष है. इस दिन महादेव की उपासना का बहुत महत्व है. ज्योतिषी कहते हैं कि भौम प्रदोष के दिन शिव की उपासना के साथ हनुमान जी की उपासना करने से नकारात्मक शक्तियां का अंत हो जाता है. ​हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत की तिथि आती है.

भगवान शिव के रुद्राभिषेक की महिमा और महत्व, जानिए इसका महासंयोग

10 मार्च 2025

शास्त्रों में महाशिव की महागथा तो आपने कई बार सुनी होगी क्योंकि वे तो प्रसन्न ही जल, बेलपत्र और धतूरे के अर्पण से होते हैं. भगवान शंकर के रुद्राभिषेक की महिमा लगभग सभी धार्मिक ग्रंथों में बताई गई है. प्राणों में भगवान ब्रह्मा ने भी भगवान शिव के रुद्राभिषेक के बारे में बताया है. शास्त्रों में भगवान रुद्र के अभिषेक की सम्पूर्ण शास्त्रीय परंपरा के साथ रुद्राभिषेक की तिथि, विधान और सावधानियां भी बताई गई हैं. तो चलिए जान लेते हैं भगवान शिव के रुद्राभिषेक की महिमा.

क्या है रंगभरी एकादशी की महत्व और इस दिन का आंवले से संबंध, जानिए

09 मार्च 2025

रंगों की एकादशी यानी की रंग भरी एकादशी...एक ऐसी तिथि जो बाबा विश्वनाथ के भक्तों के लिए बेहद खास है. ये वो पर्व है जिसे भोले की नगरी काशी में माँ पार्वती के स्वागत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. फाल्गुन माह की एकादशी अमल की एकादशी भी कही जाती है. सिर्फ श्रीहरि ही नहीं बल्कि महादेव भी बरसेंगे आप पर अपनी कृपा तो आखिर रंगभरी एकादशी पर कैसे मिलेगा महालाभ और कैसे रंगों के साथ बरसेगी हरिहर की कृपा? चलिए जानते हैं.

शनिदेव का रहस्यमयी अंक 8 का हमारे जीवन पर कैसा प्रभाव? विस्तार से जानिए

08 मार्च 2025

शनिदेव ऐसे देव हैं जिन्हें कहा जाता है कर्म फलदाता यानी कि जैसे होंगे आपके कर्म, वैसा ही आपको फल मिलेगा. आज हम शनिदेव के खास रहस्य के बारे में शनिदेव से जुड़ा है एक अंक उस अंक की मदद से आप शनिदेव की कृपा हासिल कर सकते हैं. शनिदेव की टेढ़ी नजर से बच भी सकते हैं लेकिन शनि का वो रहस्यमयी अंक कौन सा है और क्या है उससे जुड़े प्रयोग चलिए जानते हैं.

धन की बचत का ग्रहों से क्या हैं संबंध? विस्तार से जानिए

07 मार्च 2025

धन की चाहत हर किसी को होती है. हर इंसान माँ लक्ष्मी की कृपा पाना चाहता है. लेकिन ना तो सभी को माँ लक्ष्मी की कृपा मिल पाती है और ना ही सभी को धन की प्राप्ति होती है. ऐसे में जानना बेहद जरूरी है कि आखिर धन प्राप्त करने के लिए उपाय क्या है तो आज समझेंगे धन प्राप्ति के लिए कौन से ग्रह होते हैं जिम्मेदार और कद धन की बचत आसानी से होती है और कुंडली के ग्रहों की वो कौन सी स्थितियां हैं जब तमाम प्रयास के बाद भी आप धन की बचत नहीं कर पाते? जानिए सबकुछ

क्या है होलाष्टक का महत्व, महिमा और पौराणिक कथाएं? विस्तार से जानिए

06 मार्च 2025

बसंत पंचमी और होली के बीच आता है फुलेरा दूज और फुलेरा दूज से होली के बीच होलाष्टक आता है. आज हम होलाष्टक की बात करेंगे. होलाष्टक यानी 8 दिन कोई भी शुभ काम नहीं होंगे. फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर होलिका दहन तक की इस अवधि में होली के अलग अलग रंग फिजाओं में खुलेंगे. होलाष्टक क्या है? इसका महत्त्व क्या है और होलाष्टक से जुड़ी पौराणिक कथा क्या हैं. चलिए सबसे पहले आपको इसी के बारे में बता देते हैं.

व्रत रखने का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व क्या है?

05 मार्च 2025

सनातन धर्म में व्रत का विशेष महत्त्व है. यह न केवल आध्यात्मिक विकास का मार्ग है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है. व्रत रखने से तन-मन की शुद्धि होती है, आत्मनियंत्रण बढ़ता है और ईश्वर से संपर्क स्थापित होता है. विभिन्न तिथियों और दिनों पर रखे जाने वाले व्रतों का अपना-अपना महत्त्व है. व्रत के दौरान उचित आहार और सावधानियों का पालन करना आवश्यक है. यह कार्यक्रम व्रत के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है.

कुंडली के कमजोर मंगल से मुक्ति दिलाएगी शिव कृपा, जानिए कैसे करें उपासना?

04 मार्च 2025

प्रार्थना हो स्वीकार कार्यक्रम में पूजा पराशर बता रही हैं कि कैसे शिव उपासना से मंगल ग्रह की बाधाओं को दूर किया जा सकता है. कुंडली में कमजोर मंगल से होने वाली समस्याओं जैसे आर्थिक परेशानी, बीमारियां, आत्मविश्वास की कमी आदि का समाधान शिव पूजा से संभव है. मंगलनाथ मंदिर में विशेष पूजा, शिवरात्रि महत्व, तांबे के लोटे से जलार्पण, शिव मंत्र जप जैसे उपाय बताए गए हैं.

महादेव के दो दिव्य ज्योतिर्लिंग पशुपतिनाथ और केदारनाथ की महिमा, जानिए इनका इतिहास

03 मार्च 2025

शिव ही सत्य है, शिव अनंत है, शिव ही सृष्टि का आधार है, महादेव की महिमा का जितना गुणगान किया जाए तो कम है. वैसे तो महादेव के 12 ज्योतिर्लिंगों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और मान्यता ये है कि दो शिवलिंग ऐसे हैं जिनका एक सिरा है उत्तराखंड में और दूसरा छोर माना जाता है नेपाल में और आज हम आपको महादेव के दो ज्योति स्वरूपों के बारे में बताएंगे जिनका इतिहास. महाभारत काल से जुड़ा बताया जाता है आखिर वो कौन सी अलौकिक घटना हुई थी? द्वापर युग में जिसने केदारनाथ और पशुपतिनाथ के शिवलिंग को एक दूसरे से जोड़ दिया है, देखिए