हर कोई धन चाहता है और माँ लक्ष्मी की कृपा पाना चाहता है, लेकिन यह सबको नहीं मिलता। ज्योतिष के अनुसार, धन प्राप्ति और बचत के लिए कुंडली के ग्रह जिम्मेदार होते हैं, विशेषकर बुध, बृहस्पति, शुक्र, मंगल और शनि। कुंडली का छठा भाव बचत से और ग्यारहवां भाव आय से संबंध रखता है। लक्ष्मी जी की आराधना के लिए "या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता नमस्तेस्यै नमस्तेस्यै नमो नमः" मंत्र का जाप स्थिर लक्ष्मी लाता है। धन बचत न होने के कारण कमजोर बुध, खराब ग्रह दशा या गलत रत्न धारण करना हो सकते हैं।