कहा जाता है कि भैरव के तीन अक्षरों में ब्रह्मा विष्णु और महेश की शक्तियां समाहित हैं. मान्यता है कि भैरव के ताप से ही भगवान सूर्य और अग्नि रोशन हैं. भैरव की कृपा से ही लोग अनुशासनशीलता के साथ अपने कार्यों में तत्पर रह पाते हैं. महादेव की शक्ति के अंश भैरव की उपासना को बहुत शक्तिशाली माना जाता है.