गणेश चतुर्थी में बाप्पा के पधारने की खुशी मनाने के बाद बाप्पा के विसर्जन का अब वक्त आ गया है. दस दिनों तक अनवरत चली आराधना पूर्ण हो जाएगी. अनंत चतुर्दशी यानि कल गजानन को जल में विसर्जित कर दिया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रीवेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से श्रीगणेश को महाभारत कथा लगातार दस दिन तक सुनाई थी. दस दिन बाद जब वेद व्यास जी ने आंखें खोलीं तो पाया कि दस दिन की मेहनत के बाद गणेश जी का तापमान बहुत बढ़ गया है. ऐसे में वेद व्यास जी ने तुरंत गणेश जी को निकट के सरोवर में ले जाकर ठंडे पानी से स्नान कराया था. इसलिए गणेश स्थापना कर चतुर्दशी को उनको शीतल किया जाता है.
The day of Anant Chaturdashi is very special because on one hand Gajanan's farewell is on this day. So while sleeping on this day, Vishnu ji is also worshipped. That's why this supreme welfare day is called Anant Chaturdashi.