आज छठ की षष्ठी तिथि है. आज के दिन ही सूर्य देवता को शाम में अर्घ्य दिया जाता है और प्रसाद भरे सूप से छठी मईया की पूजा की जाती है. छठ एक ऐसा पर्व है, जिसमें हम जिस ईश्वर की आराधना करते हैं वो हमारे सामने साक्षात होते हैं. सादगी और पवित्रता का प्रतीक छठ की षष्ठी तिथि अपने आप में अद्भुत है. पूरे दिन उपवास के बाद, भक्त पूजा के लिए हर तरह के पकवान बनाकर और सात तरह के फल बांस के डालों में भरकर नदी या तालाब के किनारे जाते हैं. गन्ने का घर बनाकर दिए जलाए जाते हैं और पानी में कमर तक खड़े होकर डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. इस पावन पर्व की महिमा के बारे में और जानने के लिए देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
Chhath is a festival, in which people worship the sun. A symbol of holiness and purity, Chhath is wonderful in itself. After fasting for the whole day, the devotees go to the banks of a river or pond with all kinds of dishes and seven types of fruits in bamboo carts to worship. In the evening, Arghya is offered to the setting sun by standing up to the waist in the water. To know more about the glory of this holy festival, watch ‘Prarthna ho Sweekar’.