सूर्य की उपासना और मां छठी का आशीर्वाद पाने का महापर्व छठ शुरू हो चुका है. कहते हैं कि इस व्रत का जिक्र हर युग में मिलता है,जिसने भी इस व्रत को किया उसकी सारी मनोमाकमनाएं पूरी हुई हैं इसीलिए इसे पर्व नहीं बल्कि महापर्व कहते हैं. नहाय खाय से शुरू होने वाला ये व्रत करीब चार दिन तक मनाया जाता है. आज नहाय खाय से छठ के पर्व की शुरुआत हुई तो कल खरना की परंपरा विधि विधान के साथ निभाई जाएगी. व्रती महिलाएं कल चावल,दूध और गुड़ से खीर बनाएंगी और उसी प्रसाद को शाम को ग्रहण किया जाएगा.