कामाख्या मंदिर असम के पास गुवाहाटी के नीलांचल पर्वत पर स्थित है. मां कामाख्या के इस धाम को ज्ञान और ध्यान की भूमि कहा गया है. मान्यता है कि कामाख्या के इस मंदिर में मां साक्षात चमत्कार दिखाती है. जहां माता तीन दिनों में तीनों लोक दिखाती है. जब माता रजस्वला होतीं हैं. जिसका पर्व श्रृद्धालु अंबूवाची पर्व के रूप में मनाते हैं. मान्यता है कि उन्हीं तीन दिनों में दुनिया मां कामाख्या की शक्ति देखती है. दावा किया जाता है कि इन तीन दिनों में मां को चढ़ाया सफेद कपड़ा लाल हो जाता है. और वही लाल वस्त्र अंबुवाची वस्त्र बन जाता है जो भक्तों को प्रसाद के रुप में मिलता है. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
The Kamakhya Temple situated on the Nilachal Hill in Guwahati in Assam is dedicated to the mother goddess Kamakhya. It is one of the oldest of the 51 Shakti Pithas. It is an important pilgrimage destination for Tantric worshipers. Watch this episode to know more.