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ऊखीमठ जहां शिव हैं स्वंयभू; पंच केदार की उत्सव प्रतिमा आती है यहां, जानें क्या है इतिहास

शिव आदि हैं अनंत हैं, शिव बैरागी हैं. इसीलिए सनातन परंपरा में शिव के परमधाम पर्वतों पर ही मिलते हैं. हिमालय से लेकर हिंद महासागर तक और अरब की खाड़ी से लेकर बंगाल की खाड़ी तक भगवान शंकर 12 ज्योतिर्लिंग स्वरूप में शिव भक्तों को दर्शन देते हैं उनके कष्ट हरते हैं. अमरनाथ में भगवान महादेव बाबा बर्फानी के रूप में स्वयंभू हिमलिंग स्वरूप में चमत्कार दिखाते हैं. देवभूमि उत्तराखंड में भगवान शंकर के अनेकों दिव्य..सिद्ध और चमत्कारिक धाम मिलते हैं.जिनमें सबसे ज्यादा पौराणिक मान्यता पंच केदार की होती है. ऊखीमठ को सदियों से शिव भक्त शीतकालीन केदार के रूप में पूजित मानते आए हैं. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.

Lord Shankar gives darshan to Shiva devotees in the form of 12 Jyotirlingas. There are many divine miraculous dhams of Lord Shankar in Devbhoomi Uttarakhand. In which the most mythological belief is of Panch Kedar. For centuries, Ukhimath has been worshiped by Shiva devotees as Winter Kedar. Watch the video to know more.