हिंदुस्तान की धरती पर देवी दुर्गा का एक ऐसा दरबार है जिसके बारे में मान्यता है कि वो सिद्ध धाम राक्षस के नाम से प्रसिद्ध हुआ, जहां मां साकार स्वरूप में तो विराजमान नहीं हैं. लेकिन मां की शक्ति का अनुभव यहां पर पूजित मां के यंत्र में होता है. उस दरबार जगत जननी मां जगदंबा मां अंबा के नाम से विराजमान है. मां का वो दरबार सिद्ध स्थान नहीं बल्कि शक्ति पीठ है. इस दरबार में मां का साकार स्वरूप नहीं दिखता पर यहां आने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
There is such a court of Goddess Durga on the soil of India, which is believed to have become famous by the name of a Rakshas, where the mother is not seated in the corporeal form. But the power of the mother is experienced here in the instrument of the worshiped mother. In that court, Jagat Janani Maa Jagdamba is seated in the name of Maa Amba. Her court is not a perfect place but a Shakti Peeth. Mother's real form is not visible in this court, but by coming here all the wishes are fulfilled.