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भक्तों के संकट दूर करती हैं मां कात्यायनी, अविवाहितों को देती हैं विवाह का वरदान! देखें प्रार्थना हो स्वीकार

नवरात्र के छठवें दिन मां दे छठवें स्वरूप मां कात्यायनी की उपासना का विधान है. माता अपने भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करती हैं. पुराणों में कथा मिलती है कि माता के अनन्य भक्त थे ऋषि कात्यायन. उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर माता ने इनके घर पुत्री रूप में प्रकट होने का वरदान दिया. ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण देवी कात्यायनी कहलाईं. क्या है कहानी, देखें प्रार्थना हो स्वीकार.

Goddess Katyayani fulfills all dreams of the devotees. It is believed that she is the daughter of Katyayan Muni. Gopis used to worship her to find lord, Krishna. What is her story, in a special episode of Prarthna Ho Sweekar, we discussed?