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बाल हनुमान का सिद्ध दरबार; तुलसीदास ने जहां रची हनुमान चालीसा, देखें प्रार्थना हो स्वीकार

बजरंगबली मंगल करते हैं, अमंगल का हरण करते हैं और देते हैं बल बुद्धि के साथ साथ कल्याण का वरदान. राम दूत हनुमान अपने भक्त को कभी अकेला नहीं छोड़ते हैं. हर संकट में वो अपने भक्तों के सहायता करते हैं. आज की यात्रा बजरंग बली के एक ऐसे दरबार की जहां की मान्यता है कि यहीं इसी दरबार में संत तुलसीदास ने पवनपुत्र के महामंत्र हनुमान चालीसा की रचना की थी. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में हनुमान लला प्राचीन हनुमान मंदिर में दरबार में द्वापरकाल से विराजमान हैं. संकटमोचन अपने दरबार में आए हर एक की समस्या सुनते हैं और मानसिक समाधान का वरदान देते हैं. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.

In the Prachin Hanuman temple in Connaught Place, Delhi, Hanuman Ji has been sitting since Dwaparkal. It is believed that in this temple, Saint Tulsidas composed Hanuman Chalisa, the Mahamantra of Pawanputra. Know the history of the temple.