शास्त्र कहते हैं कि शिव और शक्ति की संयुक्त शक्ती ही इस संसार को गति प्रदान करती है.इसीलिए आज हम आपको उस धाम के सफर पर लेकर चल रहे हैं. जहां शिव शक्ति के संग विराजमान हैं, लेकिन उस धाम की सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि शास्त्र कहते हैं कि त्रिशूल भगवान शंकर का अस्त्र होता है. लेकिन इस धाम में देवी भगवती अपनी त्रिशक्ति स्वरूप में साक्षात विराजती हैं. इस धाम में भगवान शंकर का श्रृंगार देखने के लिए देश के कोन-कोने से शिव भक्त आते हैं. देखें प्रार्थना हो स्वीकार
Surat city was known as Suryapur in ancient times. There is a mythological temple of Lord Shiva in the Qatargam area of Surat city, which is known by the devotees as Kantareshwar Mahadev Temple. Know about the history of the temple.