आज विवाह पंचमी की शुभ संयोग है. मान्यता है कि इस शुभ संयोग पर जो भी कुंवारे साधक भगवान और माता सीता का विवाह करवा कर पूजा उपासना करता है उसके उत्तम वर की कामना पूरी होती है. इस दिन सीता-राम के मंदिरों में भव्य आयोजन किए जाते हैं और लोग पूजन, अनुष्ठान करते हैं. मां सीता जनकसुता है. राजा जनक की पुत्री हैं. महाराज जनक का राज्य आज के नेपाल में हुआ करता था. इसीलिए नेपाल में विवाह पंचमी का ये त्योहार सात दिनों तक मनाया जाता है.इस में भगवान राम और माता सीता के विवाह की झांकियां निकाली जाती हैं. मंदिरों को भव्य और आकर्षक लाइटों से सजाया जाता है. भगवान राम और माता सीता के भजनों से प्रभु से कल्याण के वर की प्रार्थना होती है. देखें प्रार्थना हो स्वीकार.
Today is the auspicious coincidence of Vivah Panchami. On this day, grand events are organized in the temples of Sita-Ram and people perform worship, rituals. Maa Sita is Janaksuta. She is the daughter of King Janak. The kingdom of Maharaj Janak used to be in present-day Nepal. That is why this festival of Vivah Panchami is celebrated in Nepal for seven days.