बांग्लादेश की यूनुस सरकार उल्टी गंगा बहाने की नीति पर चल रही है. जिस भारत ने हर कदम पर उसका साथ दिया है आज बांग्लादेश उससे बेर पालने लगा है. इसके उल्ट जिस पाकिस्तान के लड़कर बाग्लादेश ने आजादी हासिल की. अब यूनुस सरकार उसके करीब जा रही है. यहां तक की यूनुस 1971 में हुए कत्लेआम को भी नजर अंदाज करने के लिए तैयार हैं और पाकिस्तान भी बांग्लादेश को भाई बता रहा है.
आज हम बात कर रहे हैं यूपी पुलिस की एक बड़ी कामयाबी की। तेजी से कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस ने उस गैंग का पर्दाफाश कर दिया है, जो एक्टर्स और कॉमेडियन को अगवा कर रहा था. बिजनौर और मेरठ पुलिस ने इस गैंग के 6 बदमाशों को धर दबोचा है। उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही गैंग का मास्टरमाइंड भी शिकंजे में होगा. इस गैंग की चर्चा इसलिए है क्योंकि इसने एक्टर मुश्ताक खान और कॉमेडियन सुनील पाल को ना सिर्फ अगवा किया, बल्कि उनसे मोटी रकम भी वसूली.
आज हम सबसे पहले बात कर रहे हैं उस शुभ खबर की, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा है. रूस ने ये दावा किया है उसने कैंसर की वैक्सीन बना ली है और अगले साल से रूस में ये वैक्सीन फ्री दी जाएगी. इस वैक्सीन के बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं दी गई है लेकिन अगर रूस का दावा सही है तो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में ये एक बहुत बड़ी जीत साबित होगी. आज इस वैक्सीन के बारे में आपको बताएंगे. साथ ही LAC के विवाद पर पांच साल बाद भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक हुई है इस बैठक के बारे में भी आपको बताएंगे.
आज हम बात कर रहे हैं बस्तर और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों की जहां जल्दी ही नक्सलवाद से आजादी मिलने वाली है. एक ओर नक्सलियों पर शिकंजा कस दिया गया है, दूसरी ओर उन्हें सरेंडर करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इलाके के विकास के साथ ही सुरक्षाबल जबरदस्त तरीके से ऑपरेशन चला रहे हैं. ड्रोन और बख्तरबंद गाड़ियों से नक्सलियो को जंगलों में घेरा जा रहा है. इसका असर दिखाई देने लगा है. जिन इलाकों में नक्सलियों की दहशत थी, अब वहां विकास की बयार बहने लगी है. हमारी टीम ने छत्तीसगढ़ के ऐसे इलाकों का दौरा किया लोगों से बात की. माहौल देखा और सीआरपीएफ की तैयारी का भी जायजा लिया. आज आपको इस इलाके की ग्राउंड रिपोर्ट दिखाएंगे
आज हम बात कर रहे हैं बांग्लादेश में लगातार आ रहे बदलाव की. आज यानी 16 दिसंबर को ही बांग्लादेश वजूद में आया था. जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान को बड़ी शिकस्त दी थी. पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गया था और शेख मुजीब की अगुवाई में बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बना था. दुनिया जानती है कि बांग्लादेश को बनाने में भारतीय सेना की बडी भूमिका रही. मगर मौजूदा सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस आज के दिन भारत का जिक्र करना ही भूल गए. लेकिन कोलकाता आए मुक्तिवाहिनी के पूर्व सैनिकों ने भारतीय जवानों के पराक्रम को याद रखा है.
इजरायल की राह के रोड़े का हटना और ईरान का चक्रव्यूह टूटना, दुश्मनी की एक नई बिसात तैयार कर रही है. जहां ऐसे समीकरण तैयार किए जा रहे हैं जिसमें अपमान का बदला है. प्रतिशोध की ज्वाला है और खुद को महफूज रखने के लिए विध्वंस का दांव. खबर है कि इजराइल डिफेंस फोर्सेस ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने की फिराक में है. इजराइली अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी एशिया में ईरान समर्थित विद्रोही गुटों के कमजोर पड़ने के बाद उसके परमाणु ठिकानों पर हमले के लिए ये सही समय है. इजरायल के सैन्य अधिकारी सही मौके की तलाश में हैं. यानी इजरायल ने ईरान के लिए डेडली प्लान तैयार कर लिया है.
आज हम बात कर रहे हैं सीरिया की जहां 50 साल से ज्यादा के बशर-अल-असद शासन का तख्तापलट हो चुका है और हुकूमत अब विद्रोही गुट के लीडर अबू मोहम्मद अल जोलानी के हाथ में है. बशर-अल असद को रूस ने पनाह दी है. इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल शाम यानी एचटीएस की अगुवाई में विद्रोही गुट ने दमिश्क पर कब्जा कर असद सरकार का तख्तापलट कर दिया.
आज हम बात कर रहे हैं बांग्लादेश की जिसने आखिरकार कबूल कर लिया है कि पांच अगस्त यानी शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में हिन्दुओं पर 88 हमले किए गए. बेशक ये आंकड़ा कम है, मगर बडी बात ये है कि अभी तक य़ूनूस सरकार हमलों की बात मानने के लिए ही तैयार नहीं थी. अब उसने स्वीकार भी किया है और कार्रवाई का भरोसा भी दे रही है. ये बदलाव आया है भारतीय विदेश सचिव के बांग्लादेश दौरे के बाद संकेत है कि प्रेशर के बाद बांग्लादेश का रूख बदल रहा है
आज हम बात कर रहे हैं सीरिया की जहां विद्रोही गुट ने कब्जा तो जमा लिया है. मगर उसके बाद सीरिया के आसमान से गोले बरसने लगे हैं. इजरायल के साथ अमेरिका औऱ तुर्कीए सीरिया के अलग अलग हिस्सों में हमला कर रहे हैं. सैन्य ठिकानों को तबाह किया जा रहा है. हालांकि इन देशों को विद्रोही गुट से समस्या नहीं है।मगर खासतौर पर इजरायल को आशंका है कि सीरिया केमिकल हथियार मौजूद हैं जो किसी भी वक्त आतंकियों के हाथ लग सकते हैं.
Syria Civil War: आज हम बात कर रहे हैं सीरिया की। जहां सिर्फ 11 दिनों की लड़ाई में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति असद को देश छोडकर रूस में शरण लेनी पड़ी है. विद्रोहियों की इस जीत से सीरिया के ज्यादातर इलाकों में खुशी की लहर है. विस्थापित होकर दूसरे देशों में रहने वाले सीरिया के लोग भी जश्न मना रहे हैं.