आज हम बात कर रहे बांग्लादेश की जहां हिन्दु समुदाय और इस्कॉन से जुड़े संत निशाने पर हैं. चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी से जुल्म का जो सिलसिला शुरू हुआ है, वो बढ़ता ही जा रहा है. खबर है कि झूठे आरोपों में इस्कॉन के कुछ और संतों को हिरासत में लिया गया है. इतना ही नहीं, एक धार्मिक समारोह में हिस्सा लेने आ रहे इस्कॉन के सदस्यों को बॉर्डर पर रोक दिया गया. हालांकि बांग्लादेश दावा कर रहा है कि माहौल ठीक है और अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं. मगर सच ये है कि ढाका में जिस तरह से कट्टरपंथी संगठन हावी हैं, उससे हिन्दू समुदाय डरा हुआ है