सारी ख़बरें शुभ नहीं होतीं, कुछ मंगल भी होती हैं और जो ना शुभ है, ना मंगल, वो करती हैं सावधान शुभ बताने, मंगल दिखाने और सावधान. आज बात की शुरुआत असम की बाढ़ से. असम में बाढ़ से बड़ी बर्बादी हुई है. असम के 27 जिले इस बाढ़ की चपेट मे हैं और कुदरत की कहरलीला अभी भी जारी है, लेकिन हमारे देश के जांबाज कुदरत के इस कहर के सामने दीवार बनकर खड़े हो गए. जहां SDRF, NDRF और सेना के जवान बाढ़ पीडितों को बचाने में जुटे हुए हैं. वहीं वायुसेना के लोग हेलिकॉप्टर के जरिए खाने पीने का सामान पहुंचा रहे हैं. जिसकी वजह से लोगों की मुसीबतें थोड़ी कम जरूर हुई हैं. वहीं त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री मानिक साहा भी जलभराव वाले इलाकों को जायजा लेने खुद पानी में उतरे. इससे ये संदेश साफ है कि सरकार जनता के साथ है.
SDRF, NDRF and Army personnel are engaged in rescuing the flood victims. At the same time, the people of the Air Force are transporting food items through helicopters. Due to which the problems of the people have definitely reduced a little. At the same time, the Tripura Chief Minister Manik Saha himself descended into the water to take stock of the waterlogged areas. From this the message is clear that the government is with the people.