आज हम आपको दिखाएंगे रूस में पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात. दोनों की ना सिर्फ मुलाकात हुई. बल्कि करीब पांच साल बाद दोनों के दरम्यान बाइलेटरल टॉक हुई, भारत चीन के रिश्तों को देखते हुए ये बड़ा कदम है. क्योंकि यहां से एक उम्मीद बनी है. संकेत मिला है कि सीमा पर तनाव कम करने की दिशा में हम आगे बढ सकते हैं.